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शिक्षक समस्याएँ
1. मेडिकल सुविधाएं*** 2. CGHS*** 3. MACP*** 4. सातवें वेतन आयोग का एरियर*** 5. प्रमोशन*** 6.अपग्रेडेड पे स्केल ***7.RTE का पूर्ण अनुपालन ***8.रिक्त स्थानों की जल्द से जल्द भरती ***9.प्राथमिक शिक्षकों को ४६०० ग्रेड पे ***10.अन्य श्रेणी के शिक्षकों को भी प्रोन्नति के अवसर ***11.संगीत शिक्षकों को TGT ग्रेड ***12.सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ७ वेतन मान का लाभ और समय से वेतन ***13.प्रोजेक्ट के विद्यालयो में कार्यरत कर्मचारियों को समय से वेतन 14.आश्रित परिवारों का त्वरित समायोजन ***

Sunday, March 18, 2018

संवाद

प्रिय मित्रों,
आज दिनाँक 18/03/2018 को प्रातः आपसे मिल रहा हूँ तो कुछ बिंदु आपसी संवाद हेतु।

1. *नव वर्ष की मंगल कामना* -सूर्य संवेदना पुष्पे:, दीप्ति कारुण्यगंधने|
लब्ध्वा शुभम् नववर्षेअस्मिन् कुर्यात्सर्वस्य मंगलम् ||-
अर्थात जिस तरह सूर्य प्रकाश देता है, संवेदना करुणा को जन्म देती है, पुष्प सदैव महकता रहता है, उसी तरह आने वाला हमारा यह नूतन वर्ष आपके लिए हर दिन, हर पल के लिए मंगलमय हो।हमारे समाज, संघ,संस्था और राष्ट्र के लिए नूतन वर्ष  मंगलमय हो। आप सभी को पुनः एक बार नववर्ष  की हार्दिक शुभकामनायें !

2. *एक नए संघ का जन्म-* विगत दिनों के सोशल मीडिया पर चल रहे बातों और कल की घोषणा के बाद ये तो स्पस्ट ही हो गया है कि एक नया संघ जल्द ही शायद 30 तारीख को जन्म ले लगा।चलो अच्छा है भ्रूण में से बालक इस दुनिया मे आ जायेगा।मेरी सुभकामना और उज्ज्वल भविष्य हेतु मंगलकामना।
हम जैसे आम कार्यकर्ता के लिए अपनी माँ के टुकड़े होना कितना दुःखद होता है,इसे शब्दो मे बया नही किया जा सकता,बस इतनी ही प्रार्थना की नई माँ भी मौसी की तरह हो, सौतेली नही।
मित्रों ये रामायण नही महाभारत है,सबके हाथ खून से सने है,चाहे इधर ही या उधर,आप स्वतंत्रत है,जिसे चाहे उसे बना दे या खत्म कर दे,लोकतंत्र में जनता ही मालिक होती है।

हा मेरा स्पस्ट मानना है कि मैं विभीषण नही बन सकता और न भगवान कृष्ण,मैं अगर कौरवों के साथ हूँ तो भी उनके साथ ही रहूँगा ,जियूँगा और मरूँगा भीष्म और कर्ण की तरह पर दल बदल अपने बस के नही।

पूरी में बड़ी कोशिश की ,अपना सब कुछ दाव पर लगा दिया पर जैसा कि महाभारत निश्चित था,ये भी होना ही था क्योंकि सबके अहम है और तर्क और कुतर्क

मैं तठस्थ हूँ,घर मे ,अपने घर को आग नही लगा सकता और न ही अपने हाथों से इसे जला सकता हूँ।

मेरी सुभकामना नए संघ को,उनके पदाधिकारी गण को बस इतनी विनती।जनाब बशीर बद्र की नज्म के याद रखियेगा।

" **दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुँजाइश रहे
जब कभी हम दोस्त हो जायें तो शर्मिन्दा न हों

बडे लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना
जहाँ दरिया समन्दर में मिले, दरिया नहीं रहता

तुम्हारा शहर तो बिल्कुल नये अन्दाज वाला है
हमारे शहर में भी अब कोई हमसा नहीं रहता

तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था।
फिर उस के बाद मुझे कोई अजनबी नहीं मिला

ज़िन्दगी तूने मुझे कब्र से कम दी है ज़मीं
पाँव फैलाऊँ तो दीवार में सर लगता है ।"**

3. *केंद्रीय विद्यालय जगिरोड-* हमारे साथी संकट में है,जितना हो सकता है उतना करूँगा भरोशा रखें,मैं व्यक्तिगत रूप से 5 हजार का चंदा अगर इन साथियों ने माननीय न्यायालय में गए तो दूंगा,और हा अगर ये साथी शांति पूर्वक,नियमों में रहकर अपने हक़ के लिए धरना प्रदर्शन भी करते है तो न केवल मेरा समर्थन बल्कि मैं इसमें शामिल भी होऊंगा चाहे मुझे इस हेतु छुट्टी ही क्यो न लेनी पड़े।
साथियों आप अपने पर भरोषा रखें और निराश न हो,सभी का साथ और समर्थन आपके साथ है,इस विपदा की घड़ी में हम सभी आपके साथ है और आपके महीनों से रुके हुए वेतन को जारी करने के लिए सभी से निवेदन और प्रार्थना करते है।
अगर तीनो संघ चाहे तो इसका प्राविधान एसोसिएशन के रूल में है और इस हेतु आर्बिट्रेशन के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन को लिख सकते है,क्योकि ये वेतन का मामला है और ये सभी साथी नियुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन के द्वारा हुए है और इनके सेवा शर्ते ,संगठन निर्धारित करता है।
हा तात्कालिक तौर पर इन सभी साथियों को स्थानांतरित या कम से कम डेपुटेशन का रास्ता अपना कर उनके वेतन की समस्या का समाधान हो सकता है।

सदा की तरह आपके विचारों और सुझावों का स्वागत और इंतेजार रहेगा।

आपका
उमाकान्त त्रिपाठी।