प्रिय मित्रों,
आज सायंकाल दिनाँक 13/03/2018 को आपसे मिल रहा हूँ तो कुछ बिंदु आपसी संवाद हेतु।
1.7वे वेतनमान के एरियर का भुगतान-गत दिनों जब माननीय सांसद यादव जी ने लाइब्रेरियन के मुद्दे को संसद में प्रश्नकाल में उठाया था तो माननीय मंत्री जी ने संसद को बताया था कि 300.53 करोड़ केंद्रीय विद्यालय संगठन को वेतन और भत्ते के भुगतान हेतु दिए गए है,जिससे सेवा में और रिटायर हुए अधिकांश कर्मचारियों के बकाए का भुगतान हो जाएगा।
पर वास्तव में मिला क्या??100 प्रतिसत की जगह 50 वो भी बिना भत्ते के,बकाया सभी काट के।
इससे अच्छे तो नवोदय विद्यालय के साथी है जिनका पूरा 100 प्रतिसत भुगतान हो गया है।
50 प्रतिसत तो उन्हें पहले ही मिल चुका है।
ये स्थिति तब जबकि हमारे यहाँ तीन तीन मान्यता प्राप्त एसोसिएशन है और बड़े बड़े नेता।
नवोदय में तो एक भी मान्यता प्राप्त एसोसिएशन भी नही है।इस पर भी हम अपनी पीठ थपाये तो किसको मूर्ख बना रहे है।
हम बोनस,MACP, मेडिकल,अपग्रेडेड पे, ये सब छोड़िये एक छुट्टी तक नही बदलवाने में असफल हुई है।
हा इसका दोष एसोसिएशन पर देकर कोई बाख नही सकता।
किन परिश्थितियो में संघ चल रहे है ,इसमे पदों पर बैठे लोग ही जानते है,अधिकारी तो वैसे ही नही चाहते, हमारे साथी जो विद्यालयों में बैठे है,प्राचार्य को खुश करने हेतु,apar के नंबर,अवार्ड हेतु कभी कोई भी कंप्लेंट करने और साथ देने को तैयार है।
अतः समय है एक साथ आए आपसी मतभेद भुला कर एक हो वरना आगे आने वाला दिन और भी अंधियारा लाएगा।
ईस्वर सद्बुध्दि दे।
कुछ पत्र और फॉर्म ब्लॉग पर अपलोड किए है,आशा है कि ये आपके काम आएंगे और जानकारी में बृद्धि करेंगे।
सदा की तरह आपके विचारों का इंतेजार और स्वागत रहेगा।
उमाकान्त त्रिपाठी।